सफर अ़ज़ाब का एक टुकड़ा है।

ह़ज़रत अबू हुरैरा रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि नबी ए करीम सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "सफर अ़ज़ाब का एक टुकड़ा है। आदमी को खाने-पीने और सोने (हर एक चीज़) से रोक देता है। इसलिए जब कोई अपनी जरूरत पूरी कर चुके तो फौरन घर वापस आ जाए।" 

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71
सफर करो ताकि फायदा हासिल कर सको।

सफर करो ताकि फायदा हासिल कर सको।

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स्वर्ग के सुख (2 का भाग 1)

इस दुनिया के जीवन और स्वर्ग के बीच मूलभूत अंतरों को परिभाषित करने वाले दो लेख में से पहला। भाग 1: स्वर्ग में वो चीज़ें नहीं है जो इस जीवन में दुख, दर्द और पीड़ा देती हैं।

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156
स्वर्ग के सुख (2 का भाग 2)

 स्वर्ग और इस दुनिया के जीवन के बीच मूलभूत अंतरों को परिभाषित करने वाले दो लेखों का दूसरा भाग। भाग 2: इस दुनिया के जीवन की तुलना में स्वर्ग के सुख और आनंद की श्रेष्ठता।

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हज़रत पैगंबर-उन पर ईश्वर की कृपा और सलाम हो-ने पुरुषों को अपनी पत्नियों के साथ अच्छा बर्ताव करने की सलाह दी

हज़रत पैगंबर-उन पर ईश्वर की कृपा और सलाम हो-ने पुरुषों को अपनी पत्नियों के साथ अच्छा बर्ताव करने की सलाह दी

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हर व्यक्ति अपने दोस्त के धर्म पर होता है।

ह़ज़रत अबू हुरैरा रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि नबी ए करीम सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "हर व्यक्ति अपने दोस्त के धर्म पर होता है। इसीलिए तुम में से हर व्यक्ति यह देख ले कि वह किससे दोस्ती कर रहा है।"

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हाथी की घटना की कहानी

हाथी की घटना की कहानी

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हुकूमत मत मांगो।

ह़ज़रत अ़ब्दुर्रह़मान बिन समुरह कहते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने मुझसे फ़रमाया: "ए अ़ब्दुर्रह़मान बिन समुरह! हुकूमत मत मांगना। क्योंकि अगर यह तुम्हें मांगने पर मिली तो तुम इस के हवाले कर दिए जाओगे (यानी इस के सिलसिले में अल्लाह की तरफ से मदद ना होगी) लेकिन अगर बिना मांगे तुम्हें यह दी गई तो इसमें तुम्हारी मदद की जाएगी। और अगर तुम किसी बात पर क़सम खा लो और फिर उसके अलावा दूसरी चीज़ में भलाई देखो तो अपनी कसम तोड़ कर उसका कफ्फारा अदा कर दो और वह करो जिसमें भलाई हो।

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