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Muhammad Bakr Ismail
अल्लाह से डरो। और अपनी औलाद के दरमियान इंसाफ करो।
अल्लाह से डरो। और अपनी औलाद के दरमियान इंसाफ करो।
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Muhammad Bakr Ismail
इस लिए ज्ञान प्राप्त न करो कि इसकी वजह से तुम उ़लमा (विद्वानों) पर गर्व करो।
इस लिए ज्ञान प्राप्त न करो कि इसकी वजह से तुम उ़लमा (विद्वानों) पर गर्व करो।
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Muhammad Bakr Ismail
सफर अ़ज़ाब का एक टुकड़ा है।
ह़ज़रत अबू हुरैरा रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि नबी ए करीम सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "सफर अ़ज़ाब का एक टुकड़ा है। आदमी को खाने-पीने और सोने (हर एक चीज़) से रोक देता है। इसलिए जब कोई अपनी जरूरत पूरी कर चुके तो फौरन घर वापस आ जाए।"
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Muhammad Bakr Ismail
अगर नमाज़ की तकबीर हो जाए तो उसकी तरफ दोड़ कर मत आओ।
अगर नमाज़ की तकबीर हो जाए तो उसकी तरफ दोड़ कर मत आओ।
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Muhammad Bakr Ismail
मिस्वाक किया करो। क्योंकि मिस्वाक मुंह को साफ़ करती है और अल्लाह को खुश करती है।
मिस्वाक किया करो। क्योंकि मिस्वाक मुंह को साफ़ करती है और अल्लाह को खुश करती है।
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Muhammad Bakr Ismail
ऐ लोगों! दुश्मन के साथ जंग की ख्वाहिश ना रखो
ऐ लोगों! दुश्मन के साथ जंग की ख्वाहिश ना रखो
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Muhammad Bakr Ismail
मैं अल्लाह और उसकी क़ुदरत की पनाह मांगता हूँ उस चीज़ की बुराई से जिसे मैं महसूस कर रहा हूँ और जिसका मुझे खतरा है।
मैं अल्लाह और उसकी क़ुदरत की पनाह मांगता हूँ उस चीज़ की बुराई से जिसे मैं महसूस कर रहा हूँ और जिसका मुझे खतरा है।
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Muhammad Bakr Ismail
कोई महिला किसी महिला से मिलने के बाद अपने पति से उसका हुलिया बयान न करे
ह़ज़रत इब्ने मसऊ़द रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "कोई महिला किसी महिला से मिलने के बाद अपने पति से उसका हुलिया बयान न करे कि जैसे कि वह उसे देख रहा है।"
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Muhammad Bakr Ismail
जब तुम तारीफ करने वालों को देखो तो उनके चेहरे पर मिट्टी डाल दो।
जब तुम तारीफ करने वालों को देखो तो उनके चेहरे पर मिट्टी डाल दो।
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Muhammad Bakr Ismail
मैं दिल का हाल या किसी के अंत को नहीं जानता हूँ।
मैं दिल का हाल या किसी के अंत को नहीं जानता हूँ।
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Muhammad Bakr Ismail
हर व्यक्ति अपने दोस्त के धर्म पर होता है।
ह़ज़रत अबू हुरैरा रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि नबी ए करीम सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "हर व्यक्ति अपने दोस्त के धर्म पर होता है। इसीलिए तुम में से हर व्यक्ति यह देख ले कि वह किससे दोस्ती कर रहा है।"
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Muhammad Bakr Ismail
मोमिन के अलावा किसी को अपना दोस्त मत बनाओ
मोमिन के अलावा किसी को अपना दोस्त मत बनाओ
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Muhammad Bakr Ismail
वह शैतान है जिसका का नाम खनज़ब है, जब तुम्हें उस शैतान का असर महसूस हो तो उससे अल्लाह की पनाह मांगो
वह शैतान है जिसका का नाम खनज़ब है, जब तुम्हें उस शैतान का असर महसूस हो तो उससे अल्लाह की पनाह मांगो
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Muhammad Bakr Ismail
अल्लाह की पनाह (शरण) मांगा करो आज़माइश (आफत) की दुश्वारी से
ह़ज़रत अबू हुरैरा कहते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "अल्लाह की पनाह (शरण) मांगा करो आज़माइश (आफत) की दुश्वारी, बदबखती की पस्ती, बुरे अंत और दुश्मन के (अपने ऊपर) हंसने से।"
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Muhammad Bakr Ismail
अल्लाह से दुआ़ मांगो और इस यक़ीन के साथ मांगो कि तुम्हारी दुआ़ जरूर कबूल होगी।
ह़ज़रत अबू हुरैरा रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "अल्लाह से दुआ़ मांगो और इस यक़ीन के साथ मांगो कि तुम्हारी दुआ़ जरूर कबूल होगी। और (अच्छी तरह) जान लो कि अल्लाह बेपरवाही से मांगी हुई गफलत में पड़े दिल की दुआ़ कुबूल नहीं करता है।"
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Muhammad Bakr Ismail
मैंने ज़ुल्म को अपने ऊपर ह़राम क़रार दिया है।
मैंने ज़ुल्म को अपने ऊपर ह़राम क़रार दिया है।
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Muhammad Bakr Ismail
हुकूमत मत मांगो।
ह़ज़रत अ़ब्दुर्रह़मान बिन समुरह कहते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने मुझसे फ़रमाया: "ए अ़ब्दुर्रह़मान बिन समुरह! हुकूमत मत मांगना। क्योंकि अगर यह तुम्हें मांगने पर मिली तो तुम इस के हवाले कर दिए जाओगे (यानी इस के सिलसिले में अल्लाह की तरफ से मदद ना होगी) लेकिन अगर बिना मांगे तुम्हें यह दी गई तो इसमें तुम्हारी मदद की जाएगी। और अगर तुम किसी बात पर क़सम खा लो और फिर उसके अलावा दूसरी चीज़ में भलाई देखो तो अपनी कसम तोड़ कर उसका कफ्फारा अदा कर दो और वह करो जिसमें भलाई हो।
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Muhammad Bakr Ismail
ए अल्लाह! मैं परेशानी और गम से तेरी पनाह चाहता हूँ
ए अल्लाह! मैं परेशानी और गम से तेरी पनाह चाहता हूँ