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Muhammad Bakr Ismail
तुममें से कोई व्यक्ति अपनी पत्नी को गुलामों की तरह कोड़ों से न मारे
तुममें से कोई व्यक्ति अपनी पत्नी को गुलामों की तरह कोड़ों से न मारे
लेख10/11/2022132 -
Muhammad Bakr Ismail
कोई मोमिन पुरुष किसी मोमिना महिला से नफरत ना करे।
कोई मोमिन पुरुष किसी मोमिना महिला से नफरत ना करे।
लेख10/11/2022240 -
Muhammad Bakr Ismail
महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार करो।
महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार करो।
लेख10/11/2022165 -
Muhammad Bakr Ismail
अपनी खेती में जैसे मर्जी करे आओ।
अपनी खेती में जैसे मर्जी करे आओ।
लेख10/11/2022125 -
Muhammad Bakr Ismail
तुम्हारे पास जब कोई ऐसा व्यक्ति (विवाह का संदेश लेकर) आए जिसकी धार्मिकता और अखलाक से तुम संतुष्ट हो तो उससे विवाह कर दो।
तुम्हारे पास जब कोई ऐसा व्यक्ति (विवाह का संदेश लेकर) आए जिसकी धार्मिकता और अखलाक से तुम संतुष्ट हो तो उससे विवाह कर दो।
लेख10/11/2022122 -
Muhammad Bakr Ismail
बल्कि काम करो और भरोसा करके बैठ मत जाओ।
बल्कि काम करो और भरोसा करके बैठ मत जाओ।
लेख10/11/2022169 -
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Muhammad Bakr Ismail
जब शर्म ही न हो तो जो फिर जो चाहो करो।
जब शर्म ही न हो तो जो फिर जो चाहो करो।
लेख10/11/2022129 -
Muhammad Bakr Ismail
अल्लाह से डरो। और अपनी औलाद के दरमियान इंसाफ करो।
अल्लाह से डरो। और अपनी औलाद के दरमियान इंसाफ करो।
लेख10/11/2022131 -
Muhammad Bakr Ismail
सफर अ़ज़ाब का एक टुकड़ा है।
ह़ज़रत अबू हुरैरा रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि नबी ए करीम सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "सफर अ़ज़ाब का एक टुकड़ा है। आदमी को खाने-पीने और सोने (हर एक चीज़) से रोक देता है। इसलिए जब कोई अपनी जरूरत पूरी कर चुके तो फौरन घर वापस आ जाए।"
लेख10/11/2022119