इस किताब में है : • वह जगहें जिनकी इबादत के तौर पर ज़ियारत करना अस्लन मशरूञ् ( मूलतः शरीअत सम्मत ) ही नहीं है • वह जगहें जिनकी इबादत के तौर पर जियारत करना उमुमन मशरूभू ( साधारणतः शरीअत सम्मत ) है . सबआ मसाजिद ( सात मस्जिदों ) की हकीकृत ।
इस किताब में है : • इतमामे हज्ज ( हज्ज को पुरा करना ) • हज्ज के भेद और मकासेद में सेः सिर्फ अल्लाह के लिए महब्बत , अज़मत , उम्मीद , खैफ , तवक्कुल , इनाबत और ख़ाकसारी साबित करना है • मक्का मुकर्रमा एक बे आब व गियाह वादी ( बंजर और अनावाद भूमी ) में क्यों वाके है ? "
इस किताब में है : • इस्लाम से ख़ारिज करने वाली बातें • उम्रह का तरीका • हज्ज का विवरण • मस्जिदे नबवी की ज़ियारत • ग़लतियाँ जिनका इर्तिकाब बाज़ हाजी करते हैं • दुआएं ।