इस्लाम के अनुसार, इन्सान एक इकाई (Unit) है। उसकी ज़िन्दगी के सभी पहलू एक-दूसरे से मिले हुए और परस्पर एक-दूसरे से जुड़े हुए (Interrelated) हैं। इन्सान के सामाजिक जीवन का आर्थिक जीवन पर, आर्थिक का राजनैतिक पर, राजनैतिक का सामाजिक पर, सामाजिक का मनोवैज्ञानिक पर, मनोवैज्ञानिक का नैतिक जीवन पर प्रभाव पड़ता है। केवल किसी एक पहलू के सही होने से इन्सान का सही होना सम्भव नहीं।

इन्सान जब एकेश्वरवाद अर्थात् एक और एकता अल्लाह को मानता है, तो उसकी ज़िन्दगी के सभी पहलू प्रभावित होते हैं। एकेश्वरवाद के प्रभाव इन्सान के जीवन के सामाजिक पहलू, व्यक्तिगत पहलू, आर्थिक पहलू, नैतिक पहलू, राजनैतिक पहलू, मनोवैज्ञानिक पहलू अर्थात् इन्सान की ज़िन्दगी के हर पहलू पर पड़ते हैं।